साहब! मैं जिंदा हूं, माफिया मरा दिखा रहे, शिकायत लेकर पहुंचे शख्स को देखकर चौंके नगर आयुक्त
भू माफिया अब धर्मस्थलों को भी नहीं छोड़ रहे हैं तथा संपत्ति हड़पने को तरह-तरह के षड्यंत्र रख रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को उस समय प्रकाश में आया जब एक वृद्ध महात्मा अपने जीवित होने के प्रमाण पत्रों के साथ नगर निगम में नगर आयुक्त घनश्याम मीना के समक्ष पहुंचा और बोला साहब मैं जीवित हूं और पूरी तरह स्वस्थ हूं। अभिलेखों में मर चुके शख्स को जिंदा देखकर नगर आयुक्त भी चौंक पड़े।
मामला वार्ड संख्या 32 हिमायूंपुर क्षेत्र का है जहां अचिन्तानंद आश्रम जो कई वर्ष पुराना है तथा यहां आश्रम के नाम लाखों की संपत्ति है। विगत काफी वर्षों से आश्रम की देखभाल स्वामी अचिन्तानंद के खास चेला स्वामी कृष्णानंद सरस्वती कर रहे हैं जो अंबेडकर अनुयाई हैं। नगर आयुक्त के समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त करने के बाद महात्मा ने बताया कि आश्रम की जमीन जिस पर कई दुकानें बनी है तथा सभी दुकानें उनके द्वारा किराए पर एग्रीमेंट के तहत उठाई गई है पर और कुछ भू माफियाओं की नजर लगी हुई है।
माफिया इसको हड़पने के लिए कई वर्षों से तरह-तरह के षड्यंत्र रच रहे हैं। यह भू माफिया जाटव समाज के हैं। उन्होंने बताया है कि उपरोक्त भू माफिया ने उन्हें दो बार जीवित होते हुए भी मृत घोषित कर दिया। उन्होंने इस संदर्भ में अपने साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए कहा के जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो वह तत्काल ही जिलाधिकारी से मिले तथा अपनी पीड़ा बताई थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भूमाफिया ने षड्यंत्र के तहत नगर निगम के मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा लिए जिसमें कुछ नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी भी शामिल हैं।
दो बार बनवाए मृत्यु सर्टिफिकेट
भू माफिया आश्रम की संपत्ति हड़पने के लिए कई वर्षों से षड्यंत्र रच रहे हैं। भू माफिया ने महात्मा का चार नवबंर वर्ष 2011 में नगर निगम पहुंच कर मृत्यु सर्टिफिकेट बनवा लिया लेकिन इसका पता लगते ही तत्काल प्रभाव से वर्ष 2018 में महात्मा पक्ष द्वारा प्रार्थना पत्र दिया जिसकी जांच हुई और जांच के बाद आठ जून को न केवल निरस्त कराया। नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से उनके हौसले बुलंद हुए तथा उन्होंने एक नवबंर वर्ष 2021 में एक बार फिर से स्वामी को मृत घोषित करते हुए नगर निगम से प्रमाण पत्र हासिल करने में सफलता हासिल कर ली।
भाजपा पूर्व महानगर अध्यक्ष भी साथ में आए
अचिन्तानंद आश्रम के प्रमुख महात्मा को न्याय दिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष कन्हैया लाल गुप्ता भी निगम पहुंचे। उन्होंने कहा कि कई प्रमाण हैं और आश्रम की संपत्ति पर असली स्वामित्व महात्मा कृष्णानंद सरस्वती का है। भू माफिया लगातार नजर लगाए हुए हैं।
जांच में फंस सकती है कई कर्मियों की गर्दन
नगर आयुक्त द्वारा अगर उपरोक्त मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। इससे षड्यंत्र करने वाले नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी समेत कई अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों की गर्दन फंस सकती है।
तीन सभासदों ने जीवित होने के दिए सबूत
जीवित को मृत दर्शाने के मामले में जब तूल पकड़ा तो क्षेत्र के तीन सभासद जिनमें अशोक राठौर, फूलमाला राठौर तथा रविंद्र सिंह ने महात्मा का पक्ष लेते हुए उनके जीवित होने की शिनाख्त की।
नगर आयुक्त घनश्याम मीना ने बताया, समूचे मामले की जांच होगी तथा इसमें जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।