अमर उजाला नेटवर्क, मथुरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Thu, 31 Mar 2022 10:39 PM IST
सार
विश्राम घाट पर आरती के दौरान एक नाव यमुना में पलट गई। जिससे घाट पर हड़कंप मच गया। वहां मौजूद लोगों ने सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला।
मथुरा के विश्राम घाट पर गुरुवार को शाम अफरातफरी मच गई, जब यमुना आरती के दौरान नदी में श्रद्धालुओं से भरी नाव पलट गई। डूबते श्रद्धालुओं को देख लोग उन्हें बचाने के लिए यमुना में कूद पड़े। नाव किनारे होने के कारण तत्काल ही श्रद्धालुओं को यमुना से सुरक्षित निकाल लिया गया।
हर दिन यमुना की आरती विश्राम घाट पर की जाती है। इसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग यहां पहुंचते हैं। बाहरी श्रद्धालुओं की मौजूदगी भी देखने को मिल रही है। गुरुवार की शाम निर्धारित समय पर आरती देखने के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे। इसी दौरान कुछ लोग यमुना की भव्य आरती के दर्शन के लिए नाव में सवार हो गए।
सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया
यमुना किनारे लगी नाव में श्रद्धालुओं के खड़े होने पर नाव का झुकाव एक तरफ हो जाने के कारण नाव का संतुलन बिगड़ गया और पलट गई। लोग नाव में सवार लोगों को यमुना में डूबने से बचाने में जुट गए। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह महिला समेत कुछ अन्य लोगों को सकुशल बाहर निकाला।
लोगों का कहना था कि अगर नाव गहरे पानी में होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। ठाकुरजी की कृपया से सभी लोग सुरक्षित हैं। नाव में सवार श्रद्धालु रमेश ने बताया कि उनके साथ में उनकी पत्नी कांता भी यमुना में गिर गए। वहां गहराई न होने से किनारे आ गए लेकिन एक बुजुर्ग माता हादसे से डर गईं।
विस्तार
मथुरा के विश्राम घाट पर गुरुवार को शाम अफरातफरी मच गई, जब यमुना आरती के दौरान नदी में श्रद्धालुओं से भरी नाव पलट गई। डूबते श्रद्धालुओं को देख लोग उन्हें बचाने के लिए यमुना में कूद पड़े। नाव किनारे होने के कारण तत्काल ही श्रद्धालुओं को यमुना से सुरक्षित निकाल लिया गया।
हर दिन यमुना की आरती विश्राम घाट पर की जाती है। इसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग यहां पहुंचते हैं। बाहरी श्रद्धालुओं की मौजूदगी भी देखने को मिल रही है। गुरुवार की शाम निर्धारित समय पर आरती देखने के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे। इसी दौरान कुछ लोग यमुना की भव्य आरती के दर्शन के लिए नाव में सवार हो गए।
सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया
यमुना किनारे लगी नाव में श्रद्धालुओं के खड़े होने पर नाव का झुकाव एक तरफ हो जाने के कारण नाव का संतुलन बिगड़ गया और पलट गई। लोग नाव में सवार लोगों को यमुना में डूबने से बचाने में जुट गए। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह महिला समेत कुछ अन्य लोगों को सकुशल बाहर निकाला।
लोगों का कहना था कि अगर नाव गहरे पानी में होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। ठाकुरजी की कृपया से सभी लोग सुरक्षित हैं। नाव में सवार श्रद्धालु रमेश ने बताया कि उनके साथ में उनकी पत्नी कांता भी यमुना में गिर गए। वहां गहराई न होने से किनारे आ गए लेकिन एक बुजुर्ग माता हादसे से डर गईं।
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